विश्व कैंसर दिवस(World Cancer Day) हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है. इस साल कैंसर दिवस की थीम क्लोज द केयर गेप है. इसका प्रमुख उद्देश्य समुदाय के उस वर्ग तक कैंसर के इलाज की सुविधाएं पहुंचना है, जो इससे वंचित है. भारत में हर साल लगभग 27 लाख लोग कैंसर से ग्रसित होते है एवं 8 लाख लोगों की मौत इस बीमारी से हो जाती है. काशी क्षेत्र में पाए जाने वाले कैंसर में पुरुषों में मुंह का कैंसर एवं महिलाओं में ब्रेस्ट और बच्चेदानी के मुंह का कैंसर प्रमुख है.
काशी क्षेत्र में कैंसर के प्रमुख कारणों में तंबाकू का सेवन, तंबाकू युक्त लाल दंत मंजन का सेवन प्रमुख है. मुँह में लंबे समय से छाले या घाव, सफेद धब्बा, लाल धब्बा आदि हो तो वह कैंसर हो सकता है. वहीं महिलाओं में बच्चेदानी के द्वारा रक्त स्राव, गांठ आदि इसके लक्षण हैं. नीमा प्रदेश प्रवक्ता एवं सह संयोजक, चिकित्सा प्रकोष्ठ भाजपा डॉ० ओ०पी० सिंह ने बताया कि कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में पता लगने पर इलाज की संभावनाएं ज्यादा होती है, इसलिए हमारा उद्देश्य कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में पता लगाना है.
जंक फ़ूड का सेवन करें कम
कैंसर होने पर तली-भुनी चीजें, मसालेदार चीजें, बाहर के प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, पैकेज्ड फूड बिल्कुल खाना कम कर दें. साथ ही नमक और चीनी का सेवन भी सीमित मात्रा में करें. शराब ना पिएं एवं स्मोकिंग ना करें.


कैंसर के मरीज अपनी डाइट में कुछ खास सब्जियों को जरूर शामिल करें. गाजर, कद्दू, टमाटर, मटर, शलजम आदि सब्जियों को जरूर खाएं. टमाटर, शलजम, गाजर का सेवन आप कच्चा सलाद के तौर पर भी कर सकते हैं. टमाटर में मौजूद खास पोषक तत्व प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसके अलावा ब्रोकली, पत्तागोभी, फूलगोभी भी कैंसर के मरीज खा सकते हैं. इन सभी सब्जियों में प्लांट केमिकल्स होते हैं, जो खराब एस्ट्रोजन को अच्छे एस्ट्रोजन में तब्दील कर देते हैं. इससे कैंसर के दोबारा होने की संभावना कम हो जाती है.
कैंसर के इलाज के दौरान अच्छा महसूस करने के लिए आपको प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए. नट्स, ड्राइड बीन्स, काबुली चना, अंडा, मछली, चर्बी रहित मीट, दूध से बने उत्पाद आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं.


- डॉ० ओ०पी० सिंह, वरिष्ठ बाल चिकित्सक एवं प्रदेश प्रवक्ता, नीमा