उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में पुलिस के शक की सुई कई लोगों पर जा रही है। एक ओर जहां सोमवार को पुलिस ने इस मामले में एक एनकाउंटर किया। वहीँ अब पुलिस के शक की सुई उमेश के ड्राईवर प्रदीप शर्मा पर भी जा रही है। पुलिस ने इस मामले में प्रदीप से भी पुछ्ताछ की है। इस पूरे शूटआउट में प्रदीप को खरोंच तक नहीं आई थी। जिस कारण पुलिस के शक की सुई उसपर जा रही है।
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घटना वाले दिन जब उमेश अपनी कार से कोर्ट से घर पहुंचे, तो प्रदीप गाड़ी चला रहा था। ड्राईवर के बगल में सिपाही राघवेन्द्र बैठा था। वहीँ पीछे उमेश पाल और उनके गनर संदीप निषाद बैठे हुए थे। कार रुकी तो संदीप और उमेश पीछे से उतरे, तभी एक हमलावर ने उमेश को गोली मार दी। इसके बाद हमलावरों ने एक के बाद एक गोलियां चलानी शुरू कर दीं। उनका निशाना न सिर्फ उमेश थे, बल्कि उनके दोनों गनर भी थे।
संदीप और कार में बैठे राघवेंद्र को भी गोली मार दी गई थी, लेकिन गाड़ी चला रहे प्रदीप शर्मा को शूटरों ने कुछ नहीं किया। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ड्राइवर को शूटरों ने क्यों बख्श दिया था। इन्हीं सब बिंदुओं पर ड्राइवर प्रदीप शर्मा से पूछताछ की गई। ड्राइवर का कहना कि वह मौका पाकर भाग गया था। पुलिस ने उसकी सीडीआर निकलवायी है। उसकी जांच की जा रही है।