- महंगे शौक के कारण लोगों के अकाउंट करता था हैक
- FBI को पता लगाने में लगे सालों
World’s Big Hacker: ऑनलाइन हैकिंग लोगों के लिए एक बड़ी समस्या है. आप में से अधिकतर लोग कभी न कभी इस हैकिंग का शिकार भी हुए होंगे. वेब के दौर में दुनिया के सभी लोग एक दूसरे से कनेक्ट हैं. कहते हैं न कि हर चीज़ के पीछे कुछ पॉजिटिव व कुछ नेगेटिव होता है. ऐसा ही कुछ वेब की दुनिया के साथ भी है. जहां लोग एक दूसरे से जुड़ रहे हैं, वहीँ Hackers के लिए भी ये एक बड़ा प्लेटफार्म सा है. ये आए दिन लोगों को अपना शिकार बनाते रहते हैं.
जितना शयद हमें खुद भी अपने पर्सनल डाटा से जुड़ी चीजों के बारे में न पता हो उससे कहीं ज्यादा ये हमारे बारे में जानते होंगे. आज हम आपको दुनिया के बहुत बड़े और खतरनाक हैकर की कहानी से रूबरू कराते है, जिसे पकड़ने में इंटरपोल और एफबीआई जैसी खुफिया एजेंसी के भी पसीने छूट गए थे. इस हैकर की कहानी काफी दिलचस्प है, जिसे जानकर आपको हैकर्स की दुनिया के बारे में कई बड़ी जानकारियां मिलेगी.
हैप्पी Hacker के नाम से था फेमस
हम जिस हैकर के बारे में बताने वाले है उसका नाम है हमजा बेंडेलाज की. जिसका जन्म 1988 में अल्जीरिया के टिजी ओजो में हुआ था. पूरे वर्ल्ड में ये हैप्पी हैकर और स्माइलिंग हैकर के नाम से फेमस था. क्योंकि उसकी जितनी भी तस्वीरें सामने आई उन सभी में उसके फेस पर हमेशा स्माइल होती, चाहे परिस्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों न हो. यह बचपन से ही पढ़ने-लिखने में तेज था. जब वो पढ़ने के लिए यूनिवर्सिटी गया तो वहां उसने कंप्यूटर का ही कोर्स चुना और कंप्यूटर से इसकी खास दोस्ती हो गई.
पलक झपकते कंप्यूटर हैक
कंप्यूटर को मानो जैसे उसने अपना सबसे पसंदीदा खिलौना बना लिया था, इससे जुड़ी कोई ऐसी चीज़ नहीं थी जिसके बारे में उसे जानकारी न हो. जब हमजा पार्टटाइम काम करने के लिए गया तो उसने कंप्यूटर की रिपेयरिंग का ही काम चुना और देखते ही देखते वो हैकर बन गया. पहले तो वो मजे-मजे में ही कंप्यूटर हैक करके लोगों को हैरान कर देता था. आज सबसे बड़े हैकर्स की लिस्ट में हैकर बेंडेलाज का नाम लिया जाता है. इसे एक दो नहीं बल्कि 5 भाषाएं आती हैं.


14 साल पुराना है हैकिंग का खेल
साल 2009 में इस हैकर के हैकिंग का सिलसिला शुरू होता है. उस दौरान अमेरिका के जॉर्जिया में कुछ बैंकों को अजीब सी शिकायतें मिल रही थी, जिसमें शिकायत थी कि बैंक के खाते से उनके पैसे बिना उनके निकाले ही निकल रहे हैं. मजे की बात ये थी कि इन शिकायतों की लिस्ट में केवल आम लोग शामिल नहीं थे, बल्कि इनमें कई बड़े संस्थाओं के अधिकारी और कॉरपोरेट घराने भी थे. जिनकी कंप्लेन थी कि उनके खातों को खाली किया जा रहा है और ये पता ही नहीं चल पा रहा है कि आखिर ये सब हो कैसे रहा है.
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पुलिस भी थी हैरान
लेकिन इन शिकायतों में एक शिकायत ऐसी थी, जिसने अमेरिका पुलिस को भी चौंका कर रख दिया था, वो कंप्लेन थी दुनियाभर को सॉफ्टवेयर बनाकर देने वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की. जिसने अमेरिकी पुलिस महकमें में सनसनी फैला दी थी. इसके बाद पुलिस को भी समझ में आ गया कि ये मामला बेहद गंभीर है, इसे हैंडल कर पाना शायद उनके बस की बात भी नहीं है. जिसके बाद इस मामले को लेकर FBI अलर्ट हो गई.
मात्र तीन साल में 60 मिलियन कंप्यूटरों में लगाई सेंध
FBI ने भी जब शिकायतों की लिस्ट देखी, तो चौंक गई क्योंकि तब तक क़रीब 60 मिलियन कंप्यूटर हैक किए जाने की शिकायतें दर्ज हो चुकी थी. ये सब 2009 और 2011 के बीच महज तीन साल के भीतर हुआ था.
FBI के भी उड़ गए थे होश
FBI ने जब जांच शुरु की तो वो अच्छी तरह से समझ चुकी थी कि इतने सारे कंप्यूटर को जिसने हैक किया है उसके पीछे एक ही शक्स का हाथ है, लेकिन फिर भी वो उसको सही तरीके से पता लगाने में असफल थी. FBI के सामने सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर ये है कौन? जिसने पूरी दुनिया की पुलिस के साथ साथ तमाम एजेंसियों की भी नींद चुरा ली थी. ये कोई ऐसा छलावा था जिसकी परछाई तक का जांच एजेंसियों को पता नहीं चल पा रहा था.
अब FBI के सामने सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर ये हैकर है कौन? जिसने पूरी दुनिया की पुलिस और तमाम एजेंसियों की रातों की नींद और दिन का होश उड़ा रखा है. FBI लगातार इसके तह तक जाने की कोशिश में लगी हुई थी.
5 अरब से अधिक रुपए बैंक खातों से कर चुका था साफ
वहीं इस हैप्पी हैकर हमजा बेंडेलाज ने अपने एक साथी के साथ मिलकर महत तीन सालों के भीतर एक मैलवेयर के जरिए 200 से अधिक अमेरिकी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के करीब 6 बिलियन डॉलर यानी तीन खरब, 5 अरब 66 करोड़, 6 लाख (3,056,66,000,000) रुपये अलग अलग खातों से हड़प लिए थे. लगातार इन दो हैकरों का पता लगाने में जुटी FBI के एजेंटों की आंखें सूज गईं थी, लेकिन फिर भी ये उनकी नज़रों से कहीं दूर थे.
FBI के हाथ लगी बड़ी लीड
फिर एक दिन अचानक FBI को एक सूचना मिलती है. जिसमें पता चलता है कि अल्जीरिया में एक हैकर है हमज़ा बेंडेलाज. अब FBI ने खुद भी कभी इस नाम को नहीं सुना था, वो भी सोचने लगे कि आखिर ये कौन सा हैकर है जो इतना शातिर है, जिसने उनकी भी नींद उड़ा रखी थी. अब FBI के सभी एजेंट इस हैकर की लीड मिलते ही उसकी कुंडली खंगालने में लग गए. फिर इसके बाद FBI को आखिर सफलता तक पहुंचने का पहला रास्ता दिखाई देता है और उन्होंने हमज़ा बेंडेलाज का चिट्ठा निकाल लिया.
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FBI एजेंट ने ही मिला लिया हमजा से हाथ
FBI को एक सूत्र से पता चला कि हमज़ा 20 साल का एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और उसके ख़िलाफ़ हैकिंग करके लोगों के खातों को खोखला करने का भी शक है. इसी शक के आधार पर हमज़ा के पीछे भी FBI का एक एजेंट लग गया. महीनों भटकने के बाद FBI एजेंट किसी तरह हमज़ा तक पहुँचने में कामयाब हुआ. फिर इसे अपने कब्जे में जकड़ने के लिए उस एजेंट ने खुद को भी एक हैकर साबित करके हमजा का भरोसा जीत लिया और मिलकर हैकिंग करने लगा. उन दोनों ने क्रिमिनल के खातों में सेंध लगाने की प्लानिंग करनी शुरू कर दी. बता दें कि उस समय एक नया सॉफ्टवेयर काफी प्रचलित था, जिसका नाम ‘स्पाइ आई’ (Spy Eye).


आते-आते फिसल गया
इस सॉफ्टवेयर को खुद हमज़ा और उसके साथी ने ही तैयार किया था और इसी सॉफ्टवेयर के ज़रिए वो लोगों के खातों पर वर्चुअली डाका डालता था. अब स्माइल हैकर के इस राज के खुल जाने के बाद FBI के एजेंट ने एक नया प्लान तैयार किया, जिससे हमजा को गिरफ्तार किया जा सके. इसके बाद वो हमज़ा से उसके तैयार किया गया सॉफ्टवेयर ‘स्पाइ आई’ (Spy Eye) ख़रीदने का प्लान बनाता है और उसे तैयार भी कर लेता है, लेकिन सॉफ्टवेयर की डिलीवरी और सप्लाई से पहले ही हमज़ा FBI के चुंगुल में आने से पहले ही निकल जाता है.
भले ही FBI का ये ऑपरेशन फेल हो गया था, लेकिन उनके हाथों एक बड़ी लीड लगी थी जो अबतक गुमानमी के अंधेरे में गुम हमजा का चेहरा, यानी की उसकी पहचान अब FBI को पूरी तरह से मिल जाती है. जिससे उसके चेहरे को वो पूरी दुनिया में फैलाकर दुनिया भर की पुलिस को अलर्ट कर सके.
ऐसे पकड़ा गया हमजा
अब आखिरकार 2009 से शुरु हुए इस हैकिंग के सिलसिले पर शिकंजा कंसने का वो दिन भी आ ही गया जब 7 जनवरी, 2013 को थाई पुलिस ने बैंकॉक में एयरपोर्ट पर हमज़ा उसकी नई नवेली बीवी के साथ पकड़ लिया. बता दें कि उस दौरान वे छुट्टियां मनाने के लिए मलेशिया गया था, लेकिन थाईलैंड में ही पकड़ा गया.
पकड़े जाने पर रखी ये शर्त
बता दें कि मलेशिया से छुट्टी मनाने के बाद इसे काहिरा के रास्ते में जब थाईलैंड में अपनी फ्लाइट चेंज करनी थी तभी एयरपोर्ट पर इंटरपोल के अफसरों ने उसे पहचान लिया. वहीं पुलिस अधिकारियों की बातचीत के दौरान उसने अपनी पहचान नहीं छुपाई और साफ साफ मुस्कुराते हुए सारी बातें बता दी, लेकिन एक शर्त रखा कि उसके किसी भी गुनाह में उसकी बीवी का कोई हाथ नहीं, तो उसे जाने दिया जाए. अधिकारी उसकी बात मान लेते हैं और बीवी को काहिरा जाने देते हैं. बीवी के जाने के बाद हमज़ा पुलिस के शिकंजे में आ जाता है.
एक दिन से ज्यादा यूज नहीं करता था कोई फोन
बता दें कि शातिर और शार्प हैकर हमज़ा इतना होशियार और चौकन्ना रहता था कि अपना फोन कभी भी एक दिन से ज़्यादा यूज नहीं करता था. जिसकी वजह से उसको ट्रेस करना किसी भी एजेंसी के लिए मुश्किल था. एजेंसियों की नज़रों में धूल झोंकने के लिए अक्सर सैटेलाइट फोन से बात करता था.
2013 मई में गिरफ्तारी के बाद हमजा को संयुक्त राज्य अमेरिका में वापस लाया गया. इसके बाद अटलांटा में उस पर मुकदमा चला,जहां उसे 25 जून, 2015 को दोषी ठहराया गया था. फिर उसे 15 साल की सजा सुनाई गई थी.


वहीं थाईलैंड एयरपोर्ट पर पकड़े जाने पर हमजा ने खुद खुलासा किया था कि उसे दो ही शौक है. अपने उन्हीं शौक को पूरा करने के लिए ज़रूरत के हिसाब से बैंकों से पैसे निकालता है और उन्हें खर्च करता है. उसका पहला शौक दुनिया के महंगे से महंगे हवाई जहाज़ के फर्स्ट क्लास में सफर करना और दूसरा सबसे महंगी जगहों पर रहना. वहीं उसने कभी कहीं इस बात का जिक्र नहीं किया है कि उसने लूटी रकम को किसी भी मुस्लिम संगठन या फिलस्तीन के लोगों को दान में दी हो.