सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर से हिन्दुओं के प्रति विवादित बयान दिया है. सपा नेता ने कहा है कि लखनऊ (Lucknow) का नाम बदलकर लखन पासी कर दो.
स्वामी प्रसाद मौर्य शनिवार को वाराणसी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने लखनऊ एयरपोर्ट पर कहा कि लखनऊ का नाम लक्ष्मण की वजह से नहीं, बल्कि राजा लखन की पत्नी लखनावती के नाम पर पड़ा है. कोई दूसरा आकर कब्ज़ा नहीं कर सकता. शनिवार रात वाराणसी में मीडिया से बातचीत करते हुए मौर्य ने कहा कि यदि बदलना ही है, तो लखनऊ का नाम लखनऊ पासी कर दो.
झल्ला गए सपा नेता
मीडिया ने स्वामी प्रसाद मौर्य से सवाल किया कि लक्ष्मण के नाम पर आपको क्या आपत्ति है? इसपर स्वामी प्रसाद मौर्य ने झल्लाते हुए कहा, ‘जो जहां है, उसी को लाओगे ना. आपके घर पर कोई दूसरा कब्ज़ा कर लेगा तो आप क्या करोगे.


स्वामी प्रासाद मौर्य ने कहा कि लक्ष्मण वहां पर थे ही नहीं, उनका इस शहर से कोई वास्ता नहीं है. लखनऊ में लक्ष्मण की मूर्ति लगने से क्या नाम बदल दोगे? आज भी लखनऊ में लखन पासी के किले के साक्ष्य विद्यमान हैं.
इन्वेस्टर समिट पर कसा तंज
स्वामी प्रसाद मौर्य ने इन्वेस्टर समिट पर भी तंज कसा. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि इन्वेस्टर समिट से पहले यह पूछा जाए कि रोजगार कितने लोगों को दिया. हमारा प्रदेश विकास के रास्ते पर आए, ये खुशी सबको होगी. लेकिन, कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए. आपका काम जमीन पर दिखना भी चाहिए.
स्वामी प्रसाद ने कहा कि शुरुआती दौर में जब हम विश्वविद्यालय के छात्र होते थे तो निजी संपत्ति का राष्ट्रीयकरण किया जाता था. मगर, आज राष्ट्रीय संपत्ति का निजीकरण हो रहा है. देश के सारे बंदरगाह बिक गए. एयरपोर्ट, एयर इंडिया, रेलवे स्टेशन दे दिया. कई दर्जन ट्रेनें बेच दी. LIC, बैंक निजी हाथों में दे दिया. आखिर, ये कौन-सी सरकार है, जो नौजवानों को नौकरी देने के बजाय अडानी-अंबानी को सब कुछ दिए जा रही है.
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य आजकल अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में हैं. जिसमें वे हर पल हिन्दुओं के खिलाफ बोल रहे हैं. मौर्य ने पिछले दिनों रामचरितमानस का विरोध करते हुए कहा था कि रामचरितमानस एक बकवास ग्रन्थ है. जिसके बाद सपा नेता मौर्य का देशभर में विरोध हुआ था.