राशन कार्ड से विधवा महिला का कट गया नाम खा रही है दर-दर की ठोकरें
वाराणसी. एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बाद जरूरतमंदों को राशन सामग्री और राशन देने का कार्य लगभग 2 वर्ष से कर रहे हैं. इस बीच राज्य सरकार भी कुछ खाद्य सामग्रियां जरूरतमंदों को देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक मुहिम आगे बढ़ाई है. लेकिन जैसे ही कोटेदारों को पता चलता है कि इस तरह की सुविधाएं सरकार दे रही है तो कोटेदार ऐसे लोगों का नाम डालने के पक्ष में पड़ जाते हैं.

जो कि उन्हें कुछ मालामाल कर सके ऐसा ही एक मामला वाराणसी के सूरजकुंड का सामने आया है मामला खाद एवं रसद विभाग का है जिसमें राधा देवी पत्नी स्वर्गीय गोपाल प्रसाद गुप्ता पता D 51/ 14 सूरजकुंड की निवासी है. पति के ना रहने के कारण किस-किस तरह की समस्याएं महिलाओं को झेलनी पड़ती यह किसी से नहीं छुपा है, वैसे भी ऐसी बातें किसी से छुपी नहीं रहती हैं. वाराणसी जिला में जन सूचना अधिकार से निकालने पर एक सच यह भी सामने आया है कि कोटेदार की दुकान संख्या 10671201 है.
सूरजकुंड के कोटेदार के बहुत सारे ऐसे भी रिश्तेदार हैं जो कि मृतक हो चुके हैं और 3-3 यूनिट राशन उठा रहे हैं, क्षेत्रीय का करना यह भी है कि जरूरतमंदों का नाम इस समय राशन कार्ड से कटवा कर कोटेदार खूब मलाई काट रहा है. और नए नए लोगों का नाम जोड़ रहा है एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आम जनमानस तक जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने का जो कार्य कर रहे हैं . उसको कहीं न कहीं पतीला दिखाता नजर आ रहा है सूत्रों की माने तो कोटेदार भी तीन यूनिट राशन उठाते हैं और राशन लेने के पात्र भी नहीं है घर में एसी कूलर हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं.
विभाग किस तरह से इनके ऊपर कार्रवाई करती है किस तरह से नहीं करती है देखना यह है कि कब तक जरूरतमंदों का नाम राशन कार्ड लिस्ट में जुड़ेगा और जरूरतमंदों को राशन मिलना प्रारंभ हो जाएगा.