आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में विधायक राजू पाल की हत्या के चश्मदीद गवाह उमेश पाल को अपराधियों ने उनके गनर संदीप निषाद समेत गोलियों से भून डाला। उमेश पाल के गनर संदीप (28वर्ष) उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे।
संदीप का पर्थिव शरीर रविवार को उनके गांव पहुँचते ही गांव में कोहराम मच गया। पूरे गांव जैसे मातम छा गया। पोस्टमार्टम के बाद संदीप का शव उनके गांव पहुंचने पर काफी भीड़ जुट गई। संदीप के पिता ने सरकार के मुआवजे के साथ ही सड़क उनके नाम पर बनवाने और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की मांग की है। संदीप के अंतिम संस्कार में पुलिस-प्रशासन के कई अधिकारी मौजूद रहे।
संदीप का बचपन काफी गरीबी में बीता था। पिता संतराम एक साधारण किसान हैं। बड़ा भाई प्रयागराज में सिविल की तैयारी कर रहा है। वहीं छोटा भाई अभी घर पर ही रहता है। संदीप के घर पर ठीक से छप्पर तक नहीं है। संदीप की शादी 3 वर्ष पहले ही हुई थी। एक अत्यंत गरीब परिवार, जिसकी आर्थिक स्थिति अभी धीरे-धीरे ठीक हो रही थी, अब वह बद से बदतर स्थिति में जाने की ओर है। जिले के दुर्वासा धाम में उनका अंतिम संस्कार हुआ। इस शवयात्रा में हजारों लोग जुटे रहे।
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— Chitrakoot Police (@chitrakootpol) February 25, 2023
जनपद प्रयागराज में उमेश पाल एवं उनकी सुरक्षा में लगे आरक्षी संदीप निषाद की हुई हत्या के वांछित अभियुक्तों की तलाश एवं गिरफ्तारी हेतु जनपद चित्रकूट के थाना राजापुर थानांतर्गत यमुना पुल कौशाम्बी बॉर्डर पर पुलिस पिकेट लगाकर संदिग्ध व्यक्तियों की सघन चेकिंग की जा रही है। pic.twitter.com/iAicFUqsK3
दलितों के हितैषियों ने साध ली चुप्पी
संदीप की पत्नी और मां का रो-रो कर बुरा हाल है। संदीप की पत्नी और बड़े भाई प्रयागराज में ही किराये पर रहते हैं। रीमा रोते-रोते बार यही कह रही थी कि उन्हें उनके पति से मिलवाया जाए, वरना वो भी अन्न-जल त्याग कर जान दे देगी। संदीप निषाद का शव पुलिस लाइन भी लाया गया था, जहाँ उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस के वाहन में ही पार्थिव शरीर को आजमगढ़ ले जाया गया। दलितों के हितों की बात करने का दावा करने वाले संगठनों ने संदीप निषाद पर चुप्पी साध रखी है।


परिजनों को दी गई थी घायल होने की सूचना
संदीप के परिजनों को उनके घायल होने की सूचना दी गई थी। उनके प्रयागराज पहुँचने तक वे संदीप के सकुशल होने की प्रार्थना करते रहे। जब वे प्रयागराज अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें संदीप का शव मिला। जिसके बाद परिवारवालों पर पहाड़ टूट पड़ा। संदीप एक माह पूर्व अपने घर आए थे।
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होली साथ बिताने का वादा कर गये संदीप
पत्नी रीमा की तबियत ख़राब देख उसे अपने साथ प्रयागराज ले गए थे। जाते-जाते सभी को भरोसा दे गए थे कि इस बार होली साथ में मनेगी। होली में छुट्टी लेकर वे घर (आजमगढ़) आएंगे। उस समय किसी को अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि पलभर में उनसे उनकी खुशियां छीन जाएंगी। संदीप की शादी तीन साल पहले हुई थी। वे तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर थे।


उमेश पाल की हत्या में शामिल अपराधियों में चार की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हो गई है। इनमें से एक गैंगस्टर अतीक अहमद का बेटा असद भी है। इसके अलावा, अतीक का करीबी बमबाज गुड्डू मुस्लिम, अरमान और मोहम्मद गुलाम की भी पहचान हुई है। ये चारों प्रयागराज के रहने वाले हैं। हमले में कुल 7 लोग शामिल थे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग छात्रावास में छापा मारकर अतीक अहमद के करीबी शूटर मोहम्मद गुलाम के 3 गुर्गों को हिरासत में लिया है।