“अखिलेश यादव को दलित वोट की ज़रूरत नहीं, दलितों का कर रहे अपमान, सपा से नहीं होगा कोई गठबंधन” सपा से नाराज ASP प्रमुख चंद्रशेखर का दावा
आजाद समाज पार्टी (ASP) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने शनिवार को दावा किया कि समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने उनका “अपमान” किया और घोषणा किया कि उनकी पार्टी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
एक कार्यक्रम के दौरान आजाद ने कहा कि इस संभावित गठबंधन पर चर्चा एक महीने से अधिक समय तक चली. एएसपी नेता ने आगे कहा कि अगर “विभाजित” विपक्ष एकजुट नहीं होता है तो वे अपने दम पर चुनाव लड़ने की संभावना रखते हैं.
“एक महीने और 10 दिनों की चर्चा के बाद, मुझे अंत में एहसास हुआ कि अखिलेश यादव को दलितों की जरूरत नहीं है. इस गठबंधन में उनके पास दलित नेतृत्व के लिए जगह नहीं है. वह चाहते हैं कि दलित उन्हें वोट दें. मैं काशीराम के सिद्धांतों का पालन करता हूं जिन्होंने नेताजी को नेता बनाया. हम सभी के मन में यह आशंका थी कि क्या होगा अगर दलितों को उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद शोषण से गुजरना पड़े. पिछले दो दिनों में बहुजन समाज का अपमान किया गया है.
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उन्होंने यह भी दावा किया कि दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण को बढ़ावा देने सहित कई मुद्दों पर गतिरोध है. आजाद ने कहा कि एएसपी एक ठोस आरक्षण योजना चाहता था, लेकिन सपा इसके लिए राजी नहीं हुई.
“दलित, पसमांदा और अन्य सभी हाशिए पर और पिछड़े वर्ग अखिलेश का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि सामाजिक न्याय होगा. अब मुझे लगता है कि अखिलेश अभी तक सामाजिक न्याय का अर्थ नहीं समझ पाए हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि पिछले पांच सालों में अखिलेश किसी दलित पीड़ित के घर नहीं गए. इसके बावजूद, एएसपी ने अपना समर्थन दिया और उम्मीद किया कि अखिलेश “बड़े भाई” की तरह जवाब देंगे.
समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा ने अब तक अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. पिछले साल से, एएसपी बीजेपी को हराने के लिए एक बड़े गठबंधन के लिए खुला है और अगर अन्य पार्टियों के साथ बातचीत विफल हो जाती है तो उनके अपने दम पर चुनाव लड़ने की संभावना है.