दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) और सत्येन्द्र जैन (Satyendra Jain) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एक न्यूज़ एजेंसी की खबर के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। दोनों अलग-अलग मामलों में आरोपी हैं।
दिल्ली शराब घोटाले के केस में फंसे मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली अर्जी को मंजूर करने से इंकार कर दिया है। SC ने उन्हें हाईकोर्ट जाने की सलाह दी है।
सिसोदिया को जहां सीबीआई ने शराब घोटाले के मामले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था, वहीँ सत्येन्द्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस में 30 मई 2022 से बंद हैं। सिसोदिया केजरीवाल के सबसे करीबी मंत्रियों में से एक माने जाते हैं। सिसोदिया के पास जहाँ 33 में से 18 मंत्रालय, वहीँ जैन के पास भी स्वास्थ्य, उद्योग समेत 7 मंत्रालयों की भी जिम्मेदारी थी। जैन के जेल जाने के बाद ये जिम्मेदारी सिसोदिया को सौंप दी गयी थी।
Delhi ministers Manish Sisodia, Satyendar Jain resign from their posts
— ANI Digital (@ani_digital) February 28, 2023
Read @ANI Story | https://t.co/l6nM6X2pVg#ManishSisodia #DelhiExcisePolicy #SatyendarJain #ArvindKejriwal #LiquorPolicy pic.twitter.com/WFnGGOYvca
18 महीने बाद जैन का इस्तीफा स्वीकार किया: रविशंकर प्रसाद
दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के 15 मिनट बाद भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस किया। जिसमें उन्होंने केजरीवाल सरकार पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए। उन्होंने कहा, ‘हमें पता चला है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने 9 महीने के बाद जैन का इस्तीफा स्वीकार किया। सिसोदिया 18 विभाग देखते हैं। जब उन पर आरोप लगे तो सफाई देने के बजाय वो इन विभागों पर बैठे रहे।’


Also Read:
33 में से 18 विभाग सिसोदिया के पास
केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी में मनीष सिसोदिया ही दुसरे बड़े नेता हैं। मनीष सिसोदिया के पास दिल्ली सरकार के कुल 33 में से 18 विभाग थे। सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद दिल्ली सर्कार के लिए उनके विभागों को लेकर बड़ी समस्या हो गई है। क्योंकि आम आदमी के एक और मंत्री सत्येन्द्र जैन पहले से ही जेल में हैं। उनके विभागों की जिम्मेदारी सिसोदिया को दी गयी थी। वाब सिसोदिया के जेल जाने से और इस्तीफा देने के बाद दिल्ली सरकार के लिए विभागों के देख-रेख की समस्या उत्पन्न हो गई है। सिसोदिया के पास शिक्षा, लोक निर्माण, वित्त, आबकारी जैसे अहम विभाग थे।


2020 में केजरीवाल ने छोड़े थे अपने सारे विभाग
फरवरी 2020 में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने बाकी विभाग छोड़ दिए थे। इसके बाद इनके विभागों को भी सिसोदिया ही देख रहे थे। आम आदमी पार्टी में अभी तक सिसोदिया के कद का नेता और अरविन्द केजरीवाल का भरोसेमंद व्यक्ति फ़िलहाल कोई नहीं है।