उत्तर प्रदेश को जल्दी ही वंदे मेट्रो (Vande Metro) ट्रेन की सौगात मिलने वाली है. बड़े शहरों में मेट्रो की तर्ज पर अब छोटे शहरों जैसे वाराणसी, प्रयागराज और चंदौली में भी मेट्रो चलाने की तैयारी चल रही है. वंदे भारत की सफलता के बाद अब वंदे मेट्रो की भी योजना बनाई जा रही है. आने वाले समय में छोटी दूरी की यात्रा के लिए वाराणसी में मेट्रो का संचालन किया जाएगा.
ये ट्रेन दो शहरों को जोड़ने वाली और कम दूरी के रेलवे स्टेशनो के बीच दौड़ेगी. उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) के वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, आगरा, मंडल के चुनिंदा रेलवे स्टेशनों से इस ट्रेन का संचालन किया जाएगा.
छोटी दूरी तय करने के लिए लांच होगी यह ट्रेन
जिस प्रकार शहर में ऑटो का संचालन होता है. ठीक उसी प्रकार कम दूरी के लिए वंदे मेट्रो का भी संचालन किया जाएगा. जैसे वाराणसी-कैंट, पीडीडीयू नगर रेलवे स्टेशन, वाराणसी-प्रतापगढ़ और वाराणसी-प्रयागराज रेलवे स्टेशन के बीच वंदे मेट्रो ट्रेन का संचालन किया जाएगा.


आम बजट में तैयार की गई है रुपरेखा
वंदे मेट्रो में एसी, स्लीपर के साथ ही साथ अनारक्षित बोगी भी होगी. इसके अलावा जल्द ही हाइड्रोजन ट्रेनें भी रेलवे ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी. इस ट्रेन के लिए आम बजट में भी रूपरेखा तैयार की गई है. केन्द्रीय रेलमंत्री अश्विन वैष्णव ने इस जानकारी को रेल अधिकारियों के साथ शेयर किया है. पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के रामाश्रय पाण्डेय ने बताया कि यह ट्रेनें रेलमंत्री की महत्वकांक्षी योजनाओं में शामिल हैं.


इन लोगों को होगा फायदा
इस बार रेलवे के बजट में कई निर्णय लिए गए हैं. वंदे मेट्रो ट्रेन वंदे भारत ट्रेन से छोटी होगी. इसका संचालन 50 से 120 किमी से कम से कम दूरी वाले दो शहरों के बीच होगा. इसका फायदा नौकरीपेशा वाले और जो लोग प्रतिदिन एक निर्धारित दूरी तय करते हैं, उन्हें होगा. साथ ही जो लोग एक शहर से दूसरे शहर प्रतिदिन आवागमन करते हैं, उनके लिए ये बेस्ट है.
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कई सुविधाओं से लैस होगा ये ट्रेन
यह ट्रेन नई टेक्नोलॉजी और सुविधाओं से लैस होगा. यह ट्रेन लांच होने से सबसे ज्यादा फायदा शहर के ट्रैफिक को होगा. ट्रेफिक पर लोड कम होगा. साथ ही लोगों को शहर में लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी. यह ट्रेन पूरी तरह से सुविधाओं से लैस होगा. जिसमें वाईफाई और अन्य सुविधाएं मौजूद होंगी. नए डिजाईन के टॉयलेट भी होंगे. एडवांस ब्रेक सिस्टम से लेकर फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन, सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमेटिक दरवाजे जैसी सभी सुविधाएं मौजूद होंगी.
प्रयागराज-वाराणसी का सफर होगा आसान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ये ट्रेन प्रयागराज से लेकर वाराणसी तक भी चलेगी. इसके अलावा प्रयागराज से प्रतापगढ़, मिर्जापुर और कानपुर के बीच भी इसका संचालन किया जाएगा. बता दें कि, 2024 के आम चुनावों को देखते हुए इसे सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा है.