Kamakhya Seva Sansthan ने मनाया ‘होली मिलन समारोह’, प्रस्तुत हुई मनोहर झांकियां

by Abhishek Seth
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Kamakhya Seva Sansthan holi milan samaroh

चंदौली: कामाख्या सेवा संस्थान (Kamakhya Seva Sansthan) के ओर से रविवार को मढिया स्थित एक विद्यालय में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयाँ दी। लोगों ने होली गीतों पर जमकर धमाल भी मचाया। कार्यक्रम में संस्था के ओर से बबिता अग्रवाल को वाराणसी महिला मोर्चा का जिलाध्यक्ष चुना गया, वहीं ऋतु यादव को वाराणसी महिला मोर्चा जिला सचिव नियुक्त किया गया।

गणेश वंदना एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुई शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके हुई। जिसके बाद संस्था की सदस्य माही यादव ने गणेश वंदना की प्रस्तुति दी। कलाकार अमित श्रीवास्तव ने गंगा अवतरण अत्यंत मार्मिक नृत्य प्रस्तुत करते हुए गंगा में फैल रहे प्रदुषण के प्रति लोगों को जागरूक किया। अमित श्रीवास्तव ने कहा कि गंगा अत्यंत पवित्र नदी है। सनातन संस्कृति में हम प्रकृति पूजक लोग गंगा को मां की तरह पूजते हैं। राजा सगर की कई पीढियों ने मां गंगा को धरती पर लाने में अपने जीवन का बलिदान दिया। जिसके बाद राजा भगीरथ के समय में गंगा धरती पर प्रकट हुईं। आज मां गंगा में जो प्रदुषण फैल रहा, उसके जिम्मेदार हम ही लोग हैं। आवश्यकता है, समय रहते जागरूक होने की, अन्यथा कोई और भगीरथ फिर से मां गंगा को स्वर्ग से लाने वाले नहीं हैं।

संस्था से जुड़ना हमारे लिए गर्व की बात: रीता जायसवाल

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रीता जायसवाल ने कहा कि कामाख्या सेवा संस्थान से जुड़ना हम महिलाओं के लिए गर्व की बात है। संस्था ने महिलाओं को समाज में आने के लिए एक अवसर प्रदान किया है। भारत सनातन संस्कृति का वाहक है। भारत ही एक ऐसा देश है, जहां प्रकृति की पूजा होती है। देश को भी मां का दर्जा दिया जाता है। पहले की नारियों के पास डिग्री नहीं होती थी, बावजूद इसके वे आज की डिग्रीधारक महिलाओं के आगे पूजनीय हैं। सनातन संस्कृति ही एक ऐसी संस्कृति है, जहां महिलाओं की पूजा होती है। इसलिए महिलाओं को सर्वप्रथम स्वचरित्र का निर्माण आवश्यक है। तभी महिलाएं समाज में आगे आ पाएंगी, और उनमें नेतृत्व करने की शक्ति आएगी। संस्था से जुड़ना ही काफी नहीं है, बल्कि संस्था के साथ महिलाओं का कदम से कदम मिलाकर चलना आवश्यक है।

पाश्चात्य की ओर बढ़ना हमारे लिए हानिकारक: आशीष श्रीवास्तव

आशीष श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि होली अब पहले जैसे नहीं रही। पहले गंगा का पानी पीने योग्य होता था। हम धीरे-धीरे पाश्चात्य को अपना रहे हैं। अंग्रेजों की संस्कृति को अपनाकर नाले को गंगा जी में बहाने लगे हैं। हमें वापस हमारी संस्कृति में लौटना होगा। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सभ्यता में घरों के बाहर पानी को अवशोषित कर लिया जाता था। जिसके बाद वह प्राकृतिक रूप से फ़िल्टर होकर आकाश में चला जाता था। इस पूरी प्रक्रिया के बाद ग्राउंड वाटर लेवल भी बना रहता था। लेकिन हम पाश्चात्य की ओर बढ़ रहे हैं। विदेशी परम्पराओं को कॉपी कर रहे हैं।

बीते कुछ वर्षों में खेती करने और खान-पान में काफी बदलाव आए हैं। विदेशों की तर्ज पर हम केमिकल युक्त खेती करने लगे हैं। जिससे रोगों की संख्या बढ़ी है। इसका नतीजा यही है कि पंजाब में आज कैंसर ट्रेन चलाई जाती है, सप्ताह में तीन दिन कैंसर रोगियों के लिए विशेष ट्रेन चलाई जाती है। भारत के अन्य राज्यों में भी कैंसर और अन्य गंबीर रोगों के मरीज काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। हमें इसे रोकने के लिए विदेशी कल्चर को ख़त्म करना होगा। हमें कॉपी करने की प्रथा को खत्म करना होगा।

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सनातन संस्कृति असहायों की मदद करना सिखाती है: विष्णु पटेल

कार्यक्रम में अतिथि विष्णु पटेल ने कहा कि सनातन संस्कृति हमें एकजुट होकर रहना सिखाती है। पिछले दिनों व्हाट्सएप्प के माध्यम से केवल एक सन्देश भेजकर एक गरीब के बेटी के शादी में सहयोग दिया गया। ये हमारे संगठित होने की शक्ति है कि हमने एकजुट होकर किसी की मदद करने का सोचा और बड़े आसानी से किया। हमें आशा है कि हम सनातनी ऐसे ही एकजुट हों और समाज के बड़े कामों में अपनी सहभागिता दिखाएं। जितना हो सके, दुखिये, असहाय लोगों की मदद करें। सनातन हमें हमेशा निर्बल की मदद करने को सिखाता है, चाहे वह किसी भी पंत अथवा जाति का हो।

विश्व शांति को बढ़ावा देना मकसद: जय गुप्ता

जय गुप्ता  ने कहा कि हम सभी सनातनियों के लोगों के घरों को टूटने से बचाने में भी अपनी भूमिका निभानी चाहिए। देखा जा रहा है कि शादी विवाह के बाद लोगों में किसी न किसी वाद विवाद को लेकर अपनापन खोता जा रहा है। हमें इसी अपनेपन को बढ़ावा देना है। जिससे विश्व में शांति बढ़े।

कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयाँ दी। साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने होली के गानों पर खूब धमाल मचाया। कार्यक्रम का संचालन आशीष ने व धन्यवाद ज्ञापन कुंदन कपूर ने किया। इस दौरान संस्था के मुख्य निदेशक डॉ० कुंदन कपूर, मुख्य सलाहकार संजय शर्मा, विपणन निदेशक राजेश कपूर, प्रबंध संचालक अनीता सिंह, सचिव वैभव श्रीवास्तव, आरती टंडन, रामभरोस पटेल, मोतीलाल गुप्ता, सुशील सिंह एवं बृजेश वर्मा की उपस्थिति प्रमुख रही।

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