आबादी के मामले में भारत इस वर्ष चीन(China) को भी पीछे छोड़ देगा. वाशिंगटन के थिंक टैंक प्यू रिसर्च सेंटर ने एक रिपोर्ट में यह दावा किया है. रिसर्च सेंटर ने संयुक्त राष्ट्र(UN) और अन्य स्रोतों से इकट्ठा किए गए डेटा के विश्लेषण के बाद आने वाले दशकों में भारत की जनसंख्या और इसके अनुमानित परिवर्तनों के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों का उल्लेख किया है.
इस रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र का भी मानना है कि साल के अप्रैल महीने में आबादी के मामले में भारत, चीन(China) से भी आगे निकल जाएगा. प्यू रिसर्च सेंटर ने संयुक्त राष्ट्र(UN) और अन्य स्रोतों से इकट्ठा किए गए डेटा का विश्लेषण करने के बाद आने वाले दशकों में भारत की जनसंख्या और इसके अनुमानित परिवर्तनों के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों का उल्लेख किया.
केंद्र के अनुसार, 1950 के बाद से भारत की जनसंख्या में 1 अरब से भी अधिक वृद्धि हुई है. रिसर्च सेंटर ने संयुक्त राष्ट्र(UN) और अन्य स्रोतों से डेटा के विश्लेषण के बाद आने वाले दशकों में भारत की जनसंख्या और इसके अनुमानित परिवर्तनों के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों का उल्लेख किया.
UN की इस रिपोर्ट के अनुसार, 25 वर्ष से कम आयु के लोग भारत की आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा हैं. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दुनिया के अन्य दो सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन(China) और अमेरिका में तेजी से उम्र बढ़ने वालों की आबादी है. भारत में प्रजनन दर चीन(China) और अमेरिका से अधिक है, लेकिन हाल के दशकों में दर में तेजी से गिरावट आई है.