- मामला पहुंचा साइबर सेल
यदि आपके खाते में अचानक से करोड़ों रुपए आ जाएं और उसके बाद इनकम टैक्स की नोटी के आ जाए, तो आप क्या करेंगे?
सोच में पड़ गए ना ! ऐसा ही कुछ वाकया गाजीपुर (Ghazipur) के एक सब्जी विक्रेता के साथ हुआ है। सब्जी विक्रेता के खाते में अचानक से 172 करोड़ 81 लाख 59 हजार रुपए जमा हो गए। जिसके बाद उसके होश उड़ गए। केवल इतना ही नहीं, आयकर विभाग को सब्जी विक्रेता के खाते में एकमुश्त राशि जमा होने की जानकारी होने पर उन्होंने सब्जी विक्रेता को इनकम टैक्स भरने के लिए नोटिस भी भेज दिया। पीड़ित ने कोतवाली और साइबर सेल से न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर के गहमर कोतवाली क्षेत्र के मैगर राय पट्टी निवासी विनोद रस्तोगी सब्जी की दुकान लगाते हैं। शनिवार को उन्होंने थाने पहुंचकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि उन्हें कुछ दिन पहले आयकर विभाग का नोटिस आया था। जिससे पता चला कि उनका एक और बैंक खाता है। उस खाते में 172 करोड़ 81 लाख 59 हजार रुपए जमा हैं।


पहले आए पैसे, अब मांगा जा रहा इनकम टैक्स
विनोद ने बताया कि नोटिस के जरिए विभाग मुझसे इनकम टैक्स मांग रहा है। मैं एक सब्जी विक्रेता हूँ। यह बैंक खाता मेरा नहीं है। साथ ही इस पैसे से मेरा लेना देना नहीं है। मेरे कागजात को किसी ने फर्जी तरीके से लेकर यह कारनामा किया है। इसकी मुझे जानकारी नहीं है। पुलिस ने पीड़ित से बातचीत के बाद जिला मुख्यालय स्थित साइबर सेल भेज दिया।
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साइबर सेल कर रही जांच
फ़िलहाल साइबर सेल की टीम इस पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है। इस सम्बन्ध में कोतवाल पवन कुमार उपाध्याय ने बताया कि मामला साइबर क्राइम का है। उसे साइबर सेल भज गया है। पूरे मामले की जांच पड़ताल करने के बाद इसका खुलासा किया जायेगा।
इधर विनोद रस्तोगी ने कहा कि इतने बड़े हेर-फेर को वह समझ नहीं पा रहा है। कहा कि सब्जी बेचकर अपना और अपने परिवार का गुजारा करता हूं। मेरा आधार कार्ड लेकर किसी ने दुरुपयोग किया है।