संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती को लेकर आज पूरा देश भक्ति विभोर है. वाराणसी के सीरगोवर्धनपुर में स्थित रविदास मंदिर में रविवार को सीएम योगी दर्शन करने पहुंचे. मंदिर पहुँचते ही यहां के सेवादारों ने सीएम योगी को रुमाल बाँधा जिसके बाद उन्होंने संत रविदास की प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका और दर्शन प्राप्त किया. रविदास जयंती को लेकर काशी के लोगों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है.


रविदास मंदिर पहुंचे सीएम योगी ने सभी दर्शनार्थियों और श्रद्धालुओं को रविदास जयंती की बधाइयाँ दीं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सद्गुरू निरंजन दास से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भेजा गया शुभकामना संदेश पढ़ कर सुनाया साथ ही कहा कि सद्गुरु ने सदैव भक्ति के साथ साथ कर्मसाधना को महत्व दिया. ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ के माध्यम से उन्होंने समाज को कर्म का व्यापक सन्देश दिया.


मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि आज बड़ा पावन दिन है. आज से 646 वर्ष पूर्व काशी की इस पावन धरा पर एक दिव्य ज्योति का प्रकटीकरण हुआ, जिन्होंने तत्कालीन भक्तिमार्ग के प्रख्यात संत सद्गुरु रामानंद जी महाराज के सानिध्य में अपनी तपस्या और साधना के माध्यम से सिद्धि प्राप्त की थी. आज उसी सिद्धि के प्रसाद स्वरूप मानवता के कल्याण का मार्ग किस तरह प्रशस्त हो रहा है, ये हम सबको स्पष्ट दिखाई देता है.


सीएम के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं. रविदास जयंती के अवसर पर मंदिर में देश भर से रैदासी जुटे हैं. दर्शन-पूजन व लंगर का क्रम जारी है, जो आगे भी चलता रहेगा. सीरगोवर्धन में मंदिर से लेकर पंडालों तक संगत गुरु की धुनी रमा रही और भक्ति में मगन है. विभिन्न प्रांतों की लोक कला भी निखर रही है. पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश के अनुयायी गुरु के चरण रज पाने आए हैं.


संत रविदास पार्क में रैदासियों ने गुरु की याद में दीपदान किया. दीपों के उजास तले जयंती पर्व का उल्लास छाया तो हर ओर जय रविदास गूंजा. गुरु चरणों में समर्पित हजारों श्रद्धालुओं के जत्थे ने प्रतिमा के समक्ष शीश नवाया. दीयों में निशान साहब, गुरु रविदास, जय गुरुदेव तन गुरु देव…को उकेरा. माल्यार्पण और दीपदान के बाद पूरा पार्क दीपों की रोशनी से जगमग हो उठा. खुशियों से खिले स्मारक स्थल में पंजाब की छवि दिखी.