वाराणसी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के अंतर-राज्य छात्र जीवन दर्शन (Student’s Experience In InterState Living ‘SEIL’) के अंतर्गत ‘राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ असम के गुवाहाटी से प्रारंभ हुई. इस यात्रा में 450 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. यह यात्रा 1 फरवरी को गुवाहाटी से आरम्भ हुई थी.
गौरतलब है कि पूरी यात्रा को 64 स्थानों से होकर जाना है. इस यात्रा को 16 भागों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक समूह अलग-अलग पूर्वोत्तर के स्वतंत्रता सेनानियों लाछित बरफुकन,कनकलता बरुआ, रानी गाईदिल्यू ,उ तिरोत सिंह आदि 16 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से बने हैं. यह भी अवगत हो कि सन् 1966 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं को शेष भारत से परिचय कराने के उद्देश्य से अंतर्राज्यीय छात्र जीवन दर्शन(Student’s Experience In InterState Living) की शुरुआत की गई थी.


प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाली इस यात्रा में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से प्रतिनिधि भाग लेते हैं. इसी प्रकार से भारत के विभिन्न राज्यों के युवा प्रतिनिधि उसी वर्ष में SEIL (सील) यात्रा के अन्तर्गत पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करते हैं. बताते चलें कि विद्यार्थियों के यात्रा समूह का काशी आगमन पर परंपरागत तरीके से भव्य स्वागत किया गया. स्वागत में सैकड़ों की संख्या में छात्र,छात्रा एवम परिषद के पदाधिकारी उपस्थित रहे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से (SEIL) प्रतिनिधियों का समूह मिला, जिसमें पूर्वोत्तर के राज्यों से आये विद्यार्थियों व अभाविप के पदाधिकारियों का परिचय हुआ व अनुभव साझा किया. जिसमें प्रतिनिधियों ने परिवार में रूकने से लेकर काशी भ्रमण के दौरान सारनाथ संग्रहालय, बौद्ध स्तूप, बुद्ध के प्रथम उपदेश स्थल दर्शन व काशी की परंपरा व वैभवशाली संस्कृति के संदर्भ में चर्चा की.
राष्ट्रीय मंत्री सुश्री साक्षी सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर से आये अपने बंधुओं का काशी में स्वागत करना गर्व का विषय है. इस भारत एकात्मता यात्रा के माध्यम से भारत को भारत की विविधतापूर्ण संस्कृति दर्शन कराना हमारा ध्येय है.एक-दूसरे की संस्कृति को जानने व समझने का मौका इस यात्रा के माध्यम से मिल रहा है.
अंत में माननीय मुख्यमंत्री जी ने काशी के विकास, सांस्कृतिक जुड़ाव हेतु आयोजित काशी तमिल संगमम् की चर्चा की।वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट ,स्वावलंबी अभियान, पूर्वोत्तर में रोजगार जैसे विषयों पर चर्चा की.