Bridgestone India Investment: टू व्हीलर्स और फोर व्हीलर्स की सबसे बड़ी समस्या उसके टायर में क्वालिटी का न होना हो. जिसके चलते इनके टायर जल्दी घिसकर ख़राब हो जाते हैं. लेकिन अब इससे परेशान होने की ज़रूरत नहीं है.
टायर और सस्टेनेबल मोबिलिटी सोल्यूशंस की नामी कम्पनी , ब्रिजस्टोन इंडिया (ब्रिजस्टोन कॉर्पोरेशन का हिस्सा) ने सोमवार को घोषणा किया कि देश में अच्छी क्वालिटी वाले टायर बनाए जाएंगे. इसके लिए कंपनी भारत में 600 करोड़ रुपए से अधिक का इन्वेस्टमेंट करेगी. जिसके बाद क्वालिटी वाले टायर की मांग को पूरा किया जा सकेगा. यह इन्वेस्टमेंट न केवल टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करेगा बल्कि गाड़ियों की कैपेसिटी को भी बढ़ाएगा. कंपनी यह इन्वेस्टमेंट 3 वर्षों तक करेगी.
टायर की बढ़ेगी क्वालिटी
ब्रिजस्टोन इंडिया के प्रबंध निदेशक स्टेफानो सांचिनी ने कहा, “ब्रिजस्टोन इंडिया अपनी वैश्विक तकनीकों और मैन्यूफैक्चरिंग को इंडियन मार्केट के लिए ला रहा है. ताकि उन इंडियन कस्टमर्स की जरूरतों को पूरा किया जा सके, जो अधिक ईंधन कुशल टायर और भारतीय सड़कों की बेहतर गुणवत्ता के अनुरूप बेहतर उत्पाद चाहते हैं. टायर टेक्नोलॉजी में एक ग्लोबल लीडर के रूप में, ब्रिजस्टोन सस्टेनेबल मोबिलिटी सोल्यूशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और 70 मिलियन यूरो का वर्तमान इन्वेस्टमेंट इस दिशा में एक प्रयास है”.


कैपेसिटी और टेक्नोलॉजी अपग्रेड के लिए शुरुआती निवेश 70 मिलियन यूरो (600 करोड़ रुपये से अधिक) होगा जो यात्री कार सेगमेंट के लिए टायरों के निर्माण के लिए संयंत्र की टेक्नोलॉजी और क्षमताओं में सुधार करेगा.
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पुणे में चाकण संयंत्र ने 2013 में उत्पादन शुरू किया और आज वह सौर ऊर्जा संयंत्र और कार्बन-न्यूट्रल बायोमास ईंधन आधारित बॉयलर संयंत्र सहित कई सस्टेनेबल मैन्यूफैक्चरिंग पद्धतियों को अपना रहा है.
ब्रिजस्टोन बेहतर मोबिलिटी सोल्यूशंस के साथ भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में सेवा प्रदान करता है. सितंबर 2022 में ब्रिजस्टोन इंडिया ने यात्री वाहनों के खंड के लिए लंबे समय तक चलने वाला ‘स्टर्डो’ टायर पेश किया. इस टायर में एक विशेष ट्रेड कंपाउंड होता है जो टायर के जीवन काल को 29% तक बढ़ाता है और असमतल सड़कों पर यात्रा की गुणवत्ता में सुधार करता है. इसमें इकोपिया टायरों की एक श्रृंखला भी है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करने और ईंधन दक्षता को बढाने के लिए हल्के और मजबूत सामग्री के संयोजन के साथ इंजीनियर किये गए हैं.