वैलेंटाइन्स डे पर प्रेम कहानियों के बड़े चर्चे हैं. भारत के इतिहास में ढेरों प्रेम कहानियां दफन हैं. हमारे इतिहास में मोहब्बत के कई फ़साने हैं. कुछ कहानियां ऐसी हैं, जो कि हजारों वर्षों तक याद की जाएंगी. इनके बारे में पढकर हर प्यार करने वाले के रोंगटे खड़े हो जाएंगे. आइये जानते हैं उन कभी न मिट पाने वाले मोहब्बत के अफ़सानो के बारे में-
पृथ्वीराज संयोगिता
कन्नौज की रानी और दिल्ली के राजा की ये प्रेम कहानी बेहद दिलचस्प है. संयोगिता और पृथ्वीराज को एक दूसरे का चित्र देखते ही प्यार हो गया था. लेकिन संयोगिता के पिता जयचंद इस विवाह के लिए राजी नहीं थे. अपने स्वयंवर में संयोगिता ने पृथ्वीराज की मूर्ति को वर माला पहनाई, तो वो स्वयं प्रकट होकर उनको वहां से ले गए. इसके बाद उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी. लम्बे युद्ध के बाद मोहमद गोरी ने उन्हें धोखे से बंदी बना लिया और उनकी दोनों आंखे फोड़ दी. तब चौहान ने अदम्य साहस का परिचय देते अपने दोस्त चंदबरदाई की मदद से शब्द भेदी बाण चलाये और उसको मार डाला फिर दोनों ने एक दूसरे की जान ले ली. इसके बाद संयोगिता भी वीरांगना की तरह सती हो गयी.


सलीम अनारकली
राजकुमार सलीम और नर्तकी अनारकली की प्रेम कहानी भी दुनियाभर में मशहूर है. असीम चाहत के बावजूद इनके प्यार को भी किसी ने स्वीकार नहीं किया और अनारकली को जिंदा दीवार में चुनवा दिया. कहा जाता है ये सिर्फ किस्सा था. जबकि उसे कहीं दूर भेज दिया गया था, खैर दूर रह कर दोनों में से कोई भी अच्छा जीवन जी नहीं सका.
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बाजीराव मस्तानी
मराठा योद्धा बाजीराव को बुंदेलखंड की एक मुस्लिम नर्तकी मस्तानी से बेतहाशा प्यार हो गया. उन्होंने उससे शादी भी कर ली. पर बाजीराव से शादी करने के बाद भी मस्तानी को कभी भी कानूनी अधिकार नहीं मिला. जिस से बाजीराव हमेशा आहत रहे. कहा जाता है कि बाजीराव की मौत के बाद मस्तानी मे भी आत्महत्या कर ली थी.


शाहजहां मुमताज
मुगल बादशाह शाहजहां कि वैसे तो कई बेगमें थी. लेकिन सबसे ज्यादा मुमताज से ही प्यार करते थे. मुमताज के मरने के बाद शाहजहां ने उनकी याद में ताजमहल भी बनवाया. जो आज दुनियाभर में प्रेम की निशानी के रूप में मशहूर है.


मिर्जा साहिबा
जाट मिर्जा और मुस्लिम साहिबा को पढ़ाई के दौरान एक दूसरे से प्यार हो गया. इन दोनों के प्यार को साहिबा के भाईयों ने स्वीकार करने से मना कर दिया और मिर्जा को मार डाला. मिर्जा के मरने के बाद उसी तलवार से साहिबा ने खुद को मारकर आत्महत्या कर ली.


बाजबहादूर रुपमति
मालवा के सुल्तान बाज बहादूर को एक मामूली सी लड़की से प्यार हो गया. परिवार के खिलाफ होने के बावजूद भी उन्होंने गैर मुस्लिम रुपमति से विवाह करके दुनियाभर में मिसाल कायम की.


बिम्बिसार आम्रपाली
मगध के राजा बिम्बिसार युद्ध के दौरान घायल हो गए और उन्हें आम सैनिक समझकर वैशाली की नर्तकी आम्रपाली ने उनकी सेवा की. ऐसा कहा जाता है कि 400 रानियां होने के बावजूद भी आम्रपाली राजा की सबसे खास और प्यारी रानी थी.

